CGPSC घोटाला…पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को नहीं मिली बेल:नेता-रसूखदारों के साथ रिश्तेदारों का कराया सिलेक्शन, जेल में बंद हैं आरोपी अफसर

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित CG-PSC घोटाला केस में फंसे पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी की जमानत अर्जी को हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है। जस्टिस बीडी गुरु की सिंगल बेंच ने 17 अप्रैल को सोनवानी की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। जिस पर आज आदेश जारी करते हुए यह फैसला सुनाया है। दरअसल, CG-PSC की 2020-2021 की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए शिकायत की गई थी। भाजपा के सीनियर लीडर ननकीराम कंवर ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी लगाई थी। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों की सूची भी हाईकोर्ट को दी थी। जिसमें नेता, अधिकारी और रसूखदार कारोबारियों के रिश्तेदारों का सिलेक्शन किया गया। बता दें कि, अब घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, नितेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को जेल में बंद हैं। VIP लोगों के रिश्तेदारों का चयन करने का आरोप CBI के मुताबिक, सोनवानी के कार्यकाल में PSC में हुई भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। आरोप है कि, उन्होंने अपने कई करीबी रिश्तेदारों और कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के 18 रिश्तेदारों की नौकरी लगवाई है। जांच में पैसों के लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले हैं। जानिए CGPSC घोटाले के बारे में CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है। EOW और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है। PSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है। 171 पदों के लिए हुई थी भर्ती परीक्षा CGPSC परीक्षा 2021 में 171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया। इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे। इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए। इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई। ………………………………………. इससे संबंधित यह खबर भी पढ़िए… CGMSC घोटाला…सरकार पर चढ़ा 411 करोड़ का कर्ज: कार्टेल बनाकर टेंडर लिया, 27 दिन में 750 करोड़ की खरीदी, IAS-IFS समेत 10 अधिकारी रडार में छत्तीसगढ़ CGMSC घोटाले में अधिकारियों और कारोबारियों ने सरकार को 411 करोड़ रुपए का कर्जदार बना दिया। IAS, IFS समेत अफसरों ने मिलीभगत कर सिर्फ 27 दिनों में 750 करोड़ रुपए की खरीदी कर ली। इस केस में मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा EOW की रिमांड पर है। पढ़ें पूरी खबर…

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