छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में मोबाइल मेडिकल यूनिट यानि MMU के संचालन में कई तरह की समस्यांए देखी गई। यह बात आज आयुक्त द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में सामने आयी। जिसके बाद वेंडर कपंनी के द्वारा अनुबंध के हिसाब से सुविधा देने के निर्देश दिए गए। साथ ही कई तरह की समस्याएं देखे जाने पर आयुक्त ने वेंडर कंपनी के लाभांश को रोकने के निर्देश दिए हैं। बुधवार की सुबह पंजरी प्लांट ऑडिटोरियम में निगम कमिश्नल ब्रजेश सिंह क्षत्रिय ने MMU संचालक वेंडर, डाॅक्टर, टेक्निशियन समेत पूरे स्टाफ के कार्यों की समीक्षा की गई। इस दौरान MMU संचालन करने वाले वेंडर कंपनी द्वारा अनुबंध के हिसाब से इलाज एवं जांच समेत पूर्ण सुविधा उपलब्ध नहीं कराने की बात सामने आई। जिस पर निगम आयुक्त ब्रजेश सिंह क्षत्रिय ने वेंडर कंपनी के लाभांश को रोकने के निर्देश दिए। इसके अलावा शासन द्वारा अधिकृत एपीएम ने सभी MMU की समस्या से संबंधित सूची दी गई। इसमें MMU के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरा के खराब होने, वाश बेसिन नहीं चलने, जांच मशीनों में तकनीकी खराबी आने, चेयर कुर्सी नहीं होने, पंखा नहीं होने और खराब होने सहित समस्याओं की जानकारी दी गई। कमिश्नर ने MMU संचालित वेंडर कंपनी भव्या हेल्थ सर्विस को सभी मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों की समस्याओं को अनुबंध के हिसाब से तत्काल ठीक कराने और अनुभवी ड्राइवर को रखने के निर्देश दिए। AC नहीं चलाने की शिकायत
इस दौरान स्टाफ द्वारा कमिश्नर को एमएमयू में एसी नहीं चलाने की शिकायत की। ऐसे में आयुक्त ने सभी वाहनों के एसी चलाने और वैन के स्टॉफ और इलाज कराने आने वाले लोगों को किसी भी तरह असुविधा होने पर शासन स्तर पर कार्यवाही करने अनुशंसा पत्र लिखने की चेतावनी दी गई।
लोकल लेबोरेटरी से अनुबंध कराने कहा गया
बैठक में बीमारियों की जांच से संबंधित मशीनों में खराबी आने, विटामिन, थायराइड और रेयर जांच रिपोर्ट में 4 से लेकर हफ्ते दिन तक का समय लगने की बात कही गई। तब MMU वेंडर कंपनी द्वारा बताया गया कि सभी जांच के सैंपल रायपुर भेजा जाता है और वेंडर कंपनी द्वारा अनुबंधित जांच केंद्र से रिपोर्ट आने में देरी होने से यह समस्या आने की बात कही। जिस पर कमिश्नर ने बीमारी के इलाज में किसी तरह की देरी न हो इसके लिए कंपनी को लोकल लेबोरेटरी सेंटर से अनुबंध कराने कहा गया। MMU में डेंगू, मलेरिया जांच सुविधा देने के निर्देश
कमिश्नर ब्रजेश सिंह क्षत्रिय ने आने वाले मौसम को देखते हुए डेंगू, मलेरिया और टाईफाइड की जांच संबंधित विड्रॉल व रैपिड टेस्ट किट रखने के निर्देश दिए। उन्होंने डेंगू, मलेरिया, टाईफाइड के लक्षण होने पर मरीजों की रैपिड टेस्ट किट से जांच करने और पॉजिटिव आने पर इसकी तत्काल सूचना देने की बात कही। इसी तरह सभी MMU में सिकल सेल जांच की सुविधा रखने वेंडर कंपनी के स्टाफ को कहा गया।
विशेषज्ञ टीम करेगी वैन की तकनीकी जांच
मोबाइल मेडिकल यूनिट में लगे मेडिकल संबंधित उपकरण, वैन में ब्लड और यूरीन जांच से संबंधित लगे मशीनों की जांच जिला स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों की टीम द्वारा कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने इसके लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अनिल भगत से चर्चा की। विशेषज्ञों की टीम द्वारा किए गए जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई किए जाने की बात कही गई।