मध्यप्रदेश में सक्रिय शीतलहर का असर बढ़ता जा रहा है। राजगढ़ जिला बुधवार को प्रदेश का तीसरा सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 27.9 डिग्री दर्ज किया गया। लगातार चल रही सर्द हवाओं ने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मंगलवार को राजगढ़ का न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री था, जो बुधवार को गिरकर 5.6 डिग्री पहुंच गया। तापमान में कमी के साथ शीतलहर और तेज हो गई है। सुबह जरूरी काम से बाहर निकलने वाले लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। प्रदेश में तीसरे नंबर पर राजगढ़ मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को मध्यप्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान शहडोल के कल्याणपुर में 4.7 डिग्री दर्ज हुआ। दूसरे स्थान पर पचमढ़ी (नर्मदापुरम) 5.0 डिग्री और तीसरे स्थान पर राजगढ़ 5.6 डिग्री रहा। इसके बाद गिरवर (शाजापुर) और नौगांव (छतरपुर) 6.0 डिग्री, जबकि इंदौर 6.1 डिग्री पर रहा। अलाव का सहारा ले रहे लोग खिलचीपुर तहसील चौराहा सहित कई स्थानों पर लोग अलाव के पास बैठे नजर आए। मजदूर, दुकानदार, राहगीर और बुजुर्ग हाथ सेकते दिखे। स्कूली बच्चे भी टोपी, मफलर और स्वेटर पहनकर स्कूल जाते दिखाई दिए। स्थानीय निवासी गोपाल दांगी ने कहा कि शीतलहर के कारण सुबह निकलना मुश्किल हो गया है, हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। बबलू सोनी ने कहा कि ठंड से बच्चों को स्कूल भेजना कठिन हो गया है, किसानों को भी सिंचाई में परेशानी हो रही है। लक्ष्मणपुर गांव के किसान विष्णु प्रसाद दांगी ने बताया कि बेटी को स्कूल बस में बैठाने निकला था, रास्ते में ज्यादा ठंड लगी तो अलाव के पास बैठना पड़ा। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान और गिरने की संभावना जताई है। शीतलहर का दौर जारी रह सकता है।


