राजधानी रायपुर में NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) का गुस्सा सड़कों पर नजर आया। गृहमंत्री विजय शर्मा के निवास का घेराव करने निकले सैकड़ों NSUI कार्यकर्ताओं को पुलिस ने ओसीएम चौक पर ही रोक दिया, जिसके बाद बैरिकेडिंग पर झूमाझटकी और हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। NSUI कार्यकर्ताओं का आरोप था कि प्रदेश में अपराध और नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्र नेताओं पर झूठी FIR दर्ज कर दबाव बनाया जा रहा है। प्रदर्शन का नेतृत्व NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने किया। उनके साथ प्रदेश के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश गृहमंत्री निवास तक पहुंचने से पहले ही पुलिस ने ओसीएम चौक पर बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोका। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी हुई। कई कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने कुछ को घसीटते हुए और कुछ को कंधों पर उठाकर पीछे किया। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। NSUI ने आरोप लगाया कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं और सरकार खामोश बैठी है। एक तरफ रायबरेली में एक दलित की मौत पर भाजपा सरकार चुप्पी साध लेती है। दूसरी तरफ छात्रों और कांग्रेस नेताओं पर झूठी FIR दर्ज कराई जा रही है। यह साफ तौर पर राजनीतिक दबाव है। NSUI ने चेताया—“FIR वापस नहीं हुई तो उग्र आंदोलन” एनएसयूआई नेताओं ने साफ कहा कि अगर सरकार ने झूठी FIR वापस नहीं ली और अपराध रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए तो आने वाले दिनों में संगठन राज्यभर में उग्र आंदोलन करेगा। कांग्रेस का आरोप— विरोध की आवाज़ को दबाया जा रहा NSUI के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने कहा कि भले आज हमें गृहमंत्री के बंगले जाने से रोका जा है, लेकिन जल्द हम सीएम हाउस का घेराव करेंगे। हमारे कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने बदसलूकी और मारपीट की है। ये लड़ाई सिर्फ NSUI की नहीं है. ये हर उस युवा की है। जो अपने सवालों के जवाब चाहता है। अगर सरकार नशे और अपराध पर चुप बैठी रहेगी, तो सवाल उठेंगे ही, और आवाजें भी। NSUI की अगली रणनीति तैयार NSUI नेताओं ने स्पष्ट किया कि आंदोलन यहीं खत्म नहीं हुआ है। बलौदाबाजार, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर सहित कई शहरों में भी जल्द प्रदर्शन होंगे।