जैसलमेर में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के जिला अध्यक्ष मानाराम भील के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार को कलेक्ट्रेट में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्यपाल हरिभाऊ मौर्य के नाम ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में NSUI के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ और अन्य कार्यकर्ताओं की तत्काल रिहाई की मांग की गई है, जिन्हें पुलिस ने सात दिनों से अधिक समय तक बिना किसी आरोप या जुर्माने के जेल में रखा। अगर रिहाई नहीं होगी तो भविष्य में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। मानाराम भील बोले- राजनीति से प्रेरित है मामला NSUI जिलाध्यक्ष मानाराम भील ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर अनुचित और राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है। मानाराम ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप कर न्याय सुनिश्चित करने की अपील की। ज्ञापन सौंपने के बाद NSUI के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए अपनी मांगों को मजबूती से रखा और प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश की। प्रदर्शन में छात्र नेताओं ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी पूरी तरह से राजनीतिक दबाव और असंवैधानिक कार्रवाई का परिणाम है। उग्र आंदोलन की दी चेतावनी मानाराम भील ने कहा कि हम लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा खड़े रहेंगे। हमारी मांग है कि प्रशासन निष्पक्षता के साथ कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा करे। अगर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो हम आगे बड़े आंदोलन और चेतावनी भरे कदम उठाने को मजबूर होंगे।” NSUI के नेताओं ने यह भी चेतावनी दी कि इस मामले में संगठन संपूर्ण राज्य स्तर पर आंदोलन की योजना बना सकता है। ज्ञापन में विशेष रूप से उल्लेख किया गया कि छात्रों को जेल में रखना सिर्फ संगठन और छात्र आंदोलनों पर दबाव बनाने का प्रयास है।