पंजाब के कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा से UK के सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने मुलाकात की। उन्होंने NRI के मामलों को लेकर अरोड़ा से विशेष चर्चा भी की। अरोड़ा ने भी उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं पर सरकार जरूर विचार करेगी। तनमनजीत ने मीडिया से कहा कि काफी लंबे समय से, अनिवासी भारतीय भूमि विवादों, संपत्तियों पर अवैध कब्ज़े और पंजाब लौटने पर जबरन वसूली की धमकियों से जूझ रहे हैं। ये कोई अलग-थलग मामले नहीं हैं-ये एक ऐसे पैटर्न का प्रतिनिधित्व करते हैं जो कई लोगों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने से रोकता है। आज जरूरत है विदेश गए पंजाबियों को अपनी मिट्टी से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित करने की। ढेसी ने कहा कि NRI भारतीयों की शिकायतों को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से निपटाने के लिए कुछ खास तरीका इस्तेमाल करे। प्रवासी पंजाबियों को नौकरशाही की देरी या उत्पीड़न का सामना किए बिना समस्याओं का समाधान करने में मदद करने के लिए एक विश्वसनीय सिंगल-विंडो प्रणाली की स्थापना जरूरी है। ढेसी ने पंजाब के लिए बेहतर अंतर्राष्ट्रीय हवाई संपर्क का भी आह्वान किया ताकी सीधी उड़ाने मिल सके। इसे पूरा करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है। सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें न केवल प्रवासी भारतीयों के लिए फ़ायदेमंद होंगी, बल्कि व्यापारिक संबंधों में वृद्धि के जरिए स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ने में मदद करेंगी। कौन है तनमनजीत सिंह ढेसी तनमनजीत सिंह ढेसी का जन्म 17 अगस्त 1978 को स्लो, इंग्लैंड में भारतीय प्रवासियों के परिवार में हुआ। उन्होंने अपने शुरुआती साल चाल्वी में बिताए। वे जसपाल सिंह ढेसी के बेटे हैं, जो यूके में एक निर्माण कंपनी चलाते हैं और ग्रेवसेंड में स्थित गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा के पूर्व अध्यक्ष भी हैं। यह गुरुद्वारा यूके का सबसे बड़ा गुरुद्वारा है। ढेसी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा का अधिकांश हिस्सा पंजाब में प्राप्त किया और फिर 9 साल की उम्र में यूके लौट आए। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से गणित और प्रबंधन अध्ययन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के केबल कॉलेज में एप्लाइड स्टैटिस्टिक्स का अध्ययन किया और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के फिट्ज़विलियम कॉलेज से दक्षिण एशिया के इतिहास और राजनीति में मास्टर ऑफ फिलॉस्फी की डिग्री हासिल की। अक्टूबर 2005 से अप्रैल 2011 तक डीजीपी लॉजिस्टिक्स पीएलसी के निदेशक भी रहे। ढेसी ने 2007 से 2015 तक ग्रेवशम बरो काउंसिल में नॉर्थफ्लीट नॉर्थ का प्रतिनिधित्व किया और 2011 से 2012 तक ग्रेवशम के मेयर के रूप में कार्य किया। 2015 के आम चुनाव में, ढेसी ने ग्रेवशम से लेबर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, जहां उन्हें 30.1% वोट मिले और वे मौजूदा कंजर्वेटिव सांसद एडम हॉलोवे से पीछे दूसरे स्थान पर रहे। 2017 के स्नैप आम चुनाव में, ढेसी स्लो से सांसद चुने गए, जहां उन्हें 62.9% वोट और 16,998 की बहुमत मिली। वे यूके के पहले पगड़ीधारी सांसद बने। धेसी ने जुलाई 2017 में हाउस ऑफ कॉमन्स में अपना पहला भाषण दिया। 2019 के आम चुनाव में, ढेसी स्लो से फिर से सांसद चुने गए, हालांकि इस बार उनका वोट शेयर घटकर 57.6% और बहुमत घटकर 13,640 रह गया। जनवरी 2020 में, ढेसी को विपक्ष के नेता जेरेमी कॉर्बिन का संसदीय निजी सचिव नियुक्त किया गया। उन्होंने 2020 के लेबर पार्टी नेतृत्व चुनाव में लिसा नैंडी का समर्थन किया। मार्च से मई 2020 तक उन्होंने डिफेंस कमेटी में संक्षिप्त रूप से सेवा दी। इसके बाद, कीर स्टारमर के विपक्ष के नेता बनने पर उन्हें शैडो रेलवे मंत्री नियुक्त किया गया। सितंबर से नवंबर 2023 तक वे शैडो एक्स चेकर सेक्रेटरी टू द ट्रेजरी रहे और नवंबर 2023 से जुलाई 2024 के आम चुनाव तक शैडो एक्सपोर्टर्स मंत्री के रूप में कार्य किया। 2024 के आम चुनाव में, ढेसी स्लो से सांसद चुने गए, लेकिन इस बार उनका वोट शेयर घटकर 33.9% और बहुमत घटकर 3,647 रह गया।