छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शराब पीते समय हुए विवाद में 2 बदमाश ने उत्तर प्रदेश के ट्रक ड्राइवर का पत्थर से सिर कुचल दिया। सबूत मिटाने के लिए कचरों के ढेर में लाश जला दी। बदमाशों ने खुद के खून लगे कपड़ों को भी जला दिया। फिर तालाब में नहाकर रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ी एक साड़ी लपेटकर घर पहुंचे। हत्या के बाद आरोपी अरुण मानिकपुरी (30) मानसिक रूप से घबराया हुआ था। कुछ दिन बाद वो अकेले प्रयागराज (इलाहाबाद) गया। वहां पाप धोने मुंडन कराकर गंगा में स्नान किया। उसका साथी धनेश लोधी (34) बिलासपुर में ही रहा। अरुण के लौटने के बाद दोनों फिर साथ घूमने लगे। इसी बीच दोनों ने नशे की हालत में अपने दोस्तों को हत्या की बात बता दी। घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है। जानिए क्या है पूरा मामला ? एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल और सीएसपी निमितेश सिंह ने बताया कि, 7 नवंबर को होटल ग्रैंड लोटस के पीछे झाड़ियों में अज्ञात व्यक्ति की अधजली लाश मिली थी। टावर डंप से मिले करीब एक हजार नंबरों पर कॉल कर जांच आगे बढ़ाई गई। 16 दिन बाद उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के रहने वाले गोपाल कोल (26) के रूप में हुई। वो ट्रक ड्राइवर था। उसका स्थायी ठिकाना भी नहीं था। पुलिस को घटना स्थल से कोई ठोस सुराग नहीं मिला। सभी एंगल पर जांच के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर एसएसपी रजनीश सिंह ने अलग से एक टीम बनाई। ड्राइवर की पत्नी, पारिवारिक, जमीन में हुई पूछताछ सीएसपी निमितेश सिंह ने कहा कि, टेक्नालॉजी के इस दौर में पुलिस ने इस मर्डर की जांच हर एंगल पर की। जिसमें मृतक की पत्नी, लव अफेयर से लेकर पारिवारिक और जमीन विवाद के साथ ही ड्राइवर के करीबी समेत सभी पहलुओं की जांच की गई। लेकिन, पुलिस को निराशा ही हाथ लगी। क्योंकि, मर्डर शराब दुकान के पास हुआ था। लिहाजा, पुलिस अफसरों ने टीम के साथ ही मुखबिर लगाए। शराब दुकान के आसपास ठिकाना बनाकर पुलिसकर्मी सुराग तलाशते रहे। शराबी बनकर रेकी करते रहे कॉन्स्टेबल इस जांच टीम में सरकंडा और सिविल लाइन के तीन आरक्षक ‘वीरेंद्र सिंह, केशव मार्को और वीरेंद्र साहू’ को शामिल किया गया। उन्हें शराब दुकान के आसपास रेकी करने और शराबियों की गतिविधियों पर नजर रखने का टॉस्क दिया गया। लिहाजा, वो भेष बदलकर शराब दुकानों के आसपास रेकी कर रहे थे। इसी दौरान बैठकर शराब पी रहे युवकों ने हत्या करने और साक्ष्य मिटाने की बात कही। जिस पर पुलिस ने मुखबिर लगाकर उसकी जानकारी जुटाई, तब पता चला कि एक युवक के दोस्त अरुण और धनेश ने हत्या की है। इसी आधार पर पुलिस ने तिफरा के अभिलाषा परिसर निवासी अरुण मानिकपुरी को पकड़ा। पूछताछ में उसने हत्या स्वीकार कर ली। इसके बाद उसका साथी धनेश लोधी उर्फ राजू निवासी यातायात नगर को भी पकड़ लिया गया। शराब पीते समय हुआ था विवाद पूछताछ में अरुण और धनेश ने बताया कि, 7 नवंबर की रात वे सब्जी मंडी के पीछे शराब पीने गए थे। वहां गोपाल कोल पहले से शराब पी रहा था। पीते समय विवाद हुआ, गाली-गलौज और मारपीट हुई। इसी दौरान दोनों ने पत्थर से गोपाल के सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस से बचने के लिए दोनों ने कचरों के ढेर में शव के साथ अपने कपड़े जला दिए और मन्नाडोल तालाब में नहाने के बाद रेलवे ट्रैक किनारे मिली साड़ी पहनकर घर चले गए। मन्नाडोल में मेटाडोर जलाया, वकील के घर की चोरी आरोपियों ने पिछले चार दिनों में दो और गंभीर अपराध किए। मन्नाडोल बस्ती में खड़ी एक मेटाडोर को दोनों ने शराब के नशे में जला दिया। वहीं, अरुण अभिलाषा परिसर में वकील के घर हुई चोरी में भी शामिल था। हालांकि पुलिस ने इसे सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया है, लेकिन आरोपियों को रिमांड पर लेकर चोरी का सामान बरामद किया जा रहा है। दोनों आरोपी सनकी प्रवृत्ति के, नशे में क्राइम सिरगिट्टी टीआई किशोर केंवट ने बताया कि, दोनों आरोपी सनकी प्रवृत्ति के हैं। शराब पीने के बाद वे लगातार अपराध करते थे। हत्या से लेकर आगजनी तक, हर अपराध से पहले दोनों ने एक साथ शराब पी थी। पूरे मामले में पुलिस ने 40-50 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। अधिकांश ने आरोपियों की सनकी आदतों की पुष्टि की है। ……………………………………… इससे संबंधित यह खबर भी पढ़िए… होटल के पीछे झाड़ियों में मिली युवक की जली लाश:बिलासपुर में हत्या के बाद केमिकल डालकर जलाने की आशंका, 80% जला शव बिलासपुर में तिफरा क्षेत्र के खुशी विहार के पास होटल ग्रांड लोटस के पीछे एक युवक की जली हुई लाश मिली है। शव का अधिकांश हिस्सा जलने के कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस को शक है कि युवक की हत्या कर साक्ष्य और पहचान मिटाने के लिए लाश को जला दिया गया होगा। पढ़ें पूरी खबर…


