अमृतसर | अजनाला पुलिस थाने पर हमला कर 6 मुलाजिमों को घायल करने के मामले में पुलिस ने जेल में बंद सांसद अमृतपाल के 9 साथियों सहित 41 आरोपियों को ढाई साल के बाद सिटी सेशन कोर्ट में पेश कर चार्जशीट दायर की। एडिशनल सेशन जज परिंदर सिंह की कोर्ट ने सुनवाई के लिए 2 अगस्त 2025 की तारीख तय कर दी। वहीं पुलिस भगवंत सिंह बाजेके को कोर्ट में लेकर आई तो कोर्ट के बाहर ही उसने कहा कि अमृतपाल के खिलाफ नशा करने के बयान पर झूठे हैं। पुलिस ने उससे खाली कागज पर हस्ताक्षर लिए थे। जिसमें पुलिस ने खुद से अमृतपाल के जेल में नशा करने का बयान दर्ज किया। उसने ऐसा बयान दर्ज नहीं करवाया। बाजेके बोला-पुलिस ने कोरे कागज पर करवाए साइन चार्जशीट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह ने हमले से पहले पूरी योजना बनाई थी। एक दिन पहले बसंत सिंह और गुरमीत सिंह को थाने की रेकी करने भेजा था। वहीं लवप्रीत सिंह तूफान को हर माह 15 हजार रु. वेतन मिलता था। उसके पास आल इंडिया लाइसेंसी हथियार था।