जिले की अनाज मंडियों में 1 अप्रैल से सरकारी खरीद शुरू हो गई है और मंडियों में गेहूं की आमद होनी भी शुरू हो गई है। लेकिन अभी तक अधिकतर किसान गेहूं लेकर मंडियों में नहीं पहुंच रहे हैं जिससे मंडियों में गेहूं की आमद और खरीद सुस्त दिखाई दे रही है। मार्किट कमेटी के सेक्रेटरी सुखजीत सिंह कंग ने बताया कि तरनतारन अनाज मंडी में अब तक 8 हजार 786 टन गेहूं पहुंची है। जबकि ठरु की अनाज मंडी में 260 टन गेहूं की आमद हुई है। इसके अलावा कंग व शेरों में अभी तक गेहूं की आमद जीरो है। मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे बलदेव सिंह निवासी डालेके ने बताया कि भले ही प्रशासन की ओर से सभी प्रबंध मुकम्मल करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन शुक्रवार हुई हलकी बारिश के चलते उनकी फसल खुले आसमान के नीचे पड़ी थी। मंडी में तिरपालों का उचित प्रबंध नहीं हैं। तिरपालों की कमी को करवाया जाएगा पूरा: डीसी डिप्टी कमिश्नर राहुल का कहना है कि मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए पीने के पानी के अलावा बैठने की व्यवस्था, बारदाना और तिरपालों के प्रबंधों के लिए मार्किट कमेटी के अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। अगर मंडियों में तिरपालों की कमी है तो वह भी मुहैया करवाई जाएंगी।