ग्वालियर में क्राइम ब्रांच जवान बनकर दो युवकों से लूट करने वाले दो बदमाशों को सिरोल थाना पुलिस ने दबोचा है। बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस ने करीब 145 सीसीटीवी खंगाले। पुलिस दोनों बदमाशों से पूछताछ कर रही है। पता चला है कि दोनों बेहद शातिर बदमाश हैं और ऐसे सॉफ्ट टारगेट तलाशते थे, जो उनकी शिकायत ना करें। पुलिस अब इनसे पूर्व में की गई लूट की वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है। यह है पूरा मामला मामले की जानकारी देते हुए सिरोल थाना प्रभारी आलोक सिंह भदौरिया ने बताया कि दो दिन पहले देव रजक व उसके दोस्त रोहित से दो बदमाशों ने क्राइम ब्रांच का जवान बनकर नौ हजार रुपए व मोबाइल लूट लिया था। दोनों लुटेरे कपड़े से चेहरा छिपाए हुए थे। लुटेरों की तलाश के लिए एसआई उपेंद्र सिंह, प्रधान आरक्षक रूपसिंह, उमेश, जगदीश, मानसिंह सहित थाने के अन्य बल को लगाया गया। पुलिस टीम ने इस मामले में सबसे पहले जहां घटना हुई वहां से सीसीटीवी खंगालना शुरू किए। फिर बदमाशों के भागने के रास्ते पर लगे कैमरे खंगाले गए। इस रास्ते पर पुलिस को सुराग नहीं मिला। इस पर टीम ने एक बार फिर बदमाशों के आने के रास्ते पर सर्चिंग की। इसमें बदमाशों के फुटेज मिल गए। इस दौरान पुलिस टीम ने करीब 145 CCTV खंगाले। बदमाशों के बारे में जानकारी मिली की दोनों माधौगंज इलाके के हैं। इसके बाद पुलिस उनके घर पहुंची और दोनों को दबोच लिया। पकड़े गए बदमाश जिनेन्द्र पुत्र मनीष जैन, निवासी हेमसिंह की परेड, मामा का बाजार और उसका साथी गौरव बाथम उर्फ गोड़िया पुत्र राजू बाथम, निवासी लाला का बाजार, माधौगंज हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद बदमाशों से लूट के रुपए व मोबाइल बरामद कर लिया है। कई वारदातों को दे चुके अंजाम पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दोनों नकली आईडी रखते थे। इनके निशाने पर नशा करने वाले और युवक-युवतियां रहते थे। क्राइम ब्रांच के नाम पर धमका कर रुपए वसूलते थे। पीड़ित क्राइम ब्रांच के डर से इसकी जानकारी पुलिस को भी नहीं देते थे। पता चला है कि जिनके मोबाइल छीनते थे, उनसे आधार की हार्ड कॉपी लेकर उस पर उनके साइन करा लेते थे। जिसकी मदद से मोबाइल बेच देते थे।