वारिस मलिक | जालंधर सूबे में टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने को लेकर लगातार रेड जारी है। व्यापारियों पर जो जुर्माने लग रहे हैं, उनकी मॉनीटरिंग भी हो रही है। अब नई व्यवस्था के तहत पंजाब के व्यापारियों पर और सख्ती हो सकती है। इसे लेकर पंजाब के सभी जिलों से फाइलें हैड ऑफिस मंगवाई जा रही हैं। एडिश्नल कमिश्नर स्टेट टैक्स कम-डायरेक्टर जीएसटी पंजाब ने सभी असिस्टेंट कमिश्नर स्टेट टैक्स और डिप्टी कमिश्नर स्टेट टैक्स से पिछले महीनों हुई इंस्पेक्शन के दौरान जिन फर्मों पर जुर्माना लगाया गया था, उनकी पूरी डिटेल मांगी है। इनमें 1 लाख से कम जुर्माने वाली सभी फर्मों की डिटेल शामिल है। इसमें चैक किया जाएगा कि आखिर क्यों इतना कम जुर्माना लगाया गया। वहीं, दूसरी तरफ डिप्टी कमिश्नर स्टेट टैक्स जालंधर डिविजन की तरफ से जालंधर सहित होशियारपुर, कपूरथला और शहीद भगत सिंह नगर में इंस्पेक्शन फाइलें जिनकी एडिशनल डिमांड (टैक्स, जुर्माना, ब्याज) 5 लाख से कम है, की फाइलें भी मंगवाई गई हैं। डीसीएसटी की तरफ से अपने स्तर पर भी पूरे दोआबा में 5 लाख तक के एडिशनल डिमांड वाली सभी फर्मों की चैकिंग की जा रही है। पंजाब सरकार लगातार टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने को लेकर छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े व्यापारियों की इंस्पेक्शन कर रही है। पिछले महीनों विभाग की तरफ से निर्देश जारी करते हुए प्रत्येक टैक्स अधिकारी को एक महीने में 4 इंस्पेक्शन करने के निर्देश दिए थे, जालंधर जिले में 20 से ज्यादा स्टेट टैक्स अधिकारी है। जिसके चलते छोटे व्यापारियों पर इंस्पेक्शन भी की जा रही है। इससे विरोध भी बढ़ता जा रहा है। पंजाब में पहले से ही व्यापारी लगातार सरकार से जीएसटी इंस्पेक्शन को लेकर नाराज चल रहे है, जालंधर सहित कई जिलों में जीएसटी अधिकारियों से लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन तक किया जा चुका है।