भास्कर न्यूज | लुधियाना सिद्ध पीठ श्री दंडी स्वामी मंदिर में सफला एकादशी के दिन पूज्य श्री सतगुरु देव जी संकीर्तन सम्राट पंडित जगदीश चंद्र कोमल जी की पुण्य तिथि को 3 दिवसीय वरदान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस आयोजन की अध्यक्षता पं. राज कुमार शर्मा कर रहे हैं। पहले दिन मंगलवार को मुज्जफरनगर से ब्रिजेंद्र शास्त्री हरिनाम संकीर्तन करने के लिए पहुंचे। उन्होंने श्री सिद्ध पीठ परिकर द्वारा आयोजित संकीर्तन में भाग लिया और भजनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। संकीर्तन की शुरुआत श्री सिद्ध पीठ परिकर द्वारा की गई, जिसमें उनके द्वारा गाए गए भजन जैसे तेरा दर मिल गया मुझको, सहारा हो तो ऐसा हो, मेरा हर ठिकाना प्रभु आपसे है, ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा जो मेरा हाथ तूने थाम लिया, और दिल में ना जाने सतगुरु क्या रंग भर दिया है, ने वातावरण को भक्ति में रंग दिया। ब्रिजेंद्र शास्त्री ने संकीर्तन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रभु से इतना मांगो कि वो आप पर कृपा करें और हरिनाम संकीर्तन का अवसर दे। पं. राज कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि श्री गुरुदेव ने श्री दंडी स्वामी महाराज से 1951 में हर रविवार को 3 घंटे के लिए हरिनाम संकीर्तन करने की अनुमति प्राप्त की थी। यह आशीर्वाद तब से आज तक जारी है और भविष्य में भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कोमल पिता का आशीर्वाद सभी पर बना हुआ है और सभी श्रद्धालु उनके दिखाए मार्ग पर चलकर सेवा कर रहे हैं। आज बुधवार को संकीर्तन शाम 6 से 9 बजे तक होगा। सफला एकादशी के अवसर पर 26 दिसंबर को सुबह 9:30 से 12:30 बजे तक संकीर्तन किया जाएगा। इस अवसर पर श्री सिद्ध पीठ परिकर द्वारा श्री महाराज जी के चरणों में अपनी हाजरी लगाई जाएगी, जिसके बाद दोपहर एक बजे आरती होगी और भंडारा वितरित किया जाएगा।