भारतमाला प्रोजेक्ट मुआवजा फर्जीवाड़ा में जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। रायपुर ही नहीं अभी धमतरी में भी बड़े पैमाने पर जांच जारी है। जमीन मुआवजा का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रशासन ने सभी पीड़ितों से शिकायतें मंगाई थी। तय समय तक करीब 117 लिखित शिकायतें मिली। इन्हीं शिकायतों की जांच के लिए अपर कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदारों की चार टीम बनाई गई है। इनमें दो टीम रायपुर और दो धमतरी में जांच कर रही हैं। जांच टीम में शामिल लोग शिकायतों के आधार पर पीड़ितों के बयान लेने के साथ ही मौके पर भी जा रहे हैं। मौके पर कितनी जमीन है, कितने का मुआवजा मिला, इसकी सटीक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। धमतरी में जांच कर रही एक टीम ने वहां आईसीआईसीआई बैंक के सभी दस्तावेज इकट्ठा कर लिए हैं। मुआवजा की रकम कितने खातों में आई और कितने खातों में गई उन सभी के ट्रांजेक्शन टीम के पास पहुंच गई है।
इन दस्तावेजों के आधार पर अभी और नए आरोपी बनाए जा सकते हैं। चारों टीम की रिपोर्ट हर हाल में 10 जुलाई तक संभाग कमिश्नर महादेव कांवरे को सौंपनी होगी। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह तय माना जा रहा है कि इस मामले में पुराने चार के अलावा और नए आरोपी बनाए जाएंगे। इनके खिलाफ पुख्ता दस्तावेज होने की वजह से विभागीय जांच की अनुशंसा के साथ ही सीधे एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। एक एकड़ जमीन में भी 10 से 15 लोगों ने मुआवजा लिया जांच करने वाली समिति से मिली जानकारी के अनुसार मुआवजा पाने के लिए घर के सभी सदस्यों के नाम चढ़ा दिए। घरवालों के पास एक एकड़ जमीन भी थी तो उसमें 10 से 15 लोगों के नाम चढ़ा दिए गए। इस वजह से घर के सभी सदस्यों को फायदा पहुंचाने की बात कहकर ही जमीन का नामांतरण करवा दिया गया। इस मामले में जितने भी अफसर दोषी हैं, अब उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इनमें हरमीत सिंह खनूजा, उमा तिवारी, विजय जैन और केदार तिवारी शामिल हैं। इनकी जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी है। जबकि छह अफसरों को निलंबित किया जा चुका है। इन 10 लोगों के अलावा कई पटवारी, तहसीलदारों और एसडीएम के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलें हैं। इसलिए तय है कि इस मामले में अब नए आरोपी बनाए जाएंगे। कुछ नए नाम सामने आए हैं
प्रशासन के पास 100 से ज्यादा शिकायतें मिली थीं। हर शिकायत का परीक्षण गंभीरता से कराया जा रहा है। इसके लिए अफसरों की चार टीम काम कर रही है। जांच रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसमें कुछ नए आरोपियों के नाम भी सामने आ रहे हैं।
– महादेव कावरे, कमिश्नर रायपुर संभाग