भास्कर न्यूज | राजनांदगांव मौसम में बदलाव और उतार-चढ़ाव का असर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर देखने मिल रहा है। उमस भरी गर्मी और अचानक बारिश हो रही है। मौसम कभी गर्म और कभी सर्द हो रहा। मौसम के ऐसे मिजाज के चलते वर्तमान में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। खासकर 14 साल तक के बच्चे और बुजुर्ग इस समय वायरल की चपेट में आ रहे हैं। उनकी संख्या बढ़ने से जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज अस्पताल के महिला-पुरुष मेडिसिन वार्ड और बच्चा वार्ड के अधिकतर बेड में मरीज भर्ती है। बारिश का सीजन लगने के बाद दोनों अस्पतालों में डायरिया, पीलिया के एक से दो मरीज सामने आ रहे हैं। उन्हें भर्ती किया गया है। ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। रोज आधा दर्जन मरीजों को भर्ती और इतने ही मरीजों को ठीक कर डिस्चार्ज कर रहे हैं। ग्रामीण और निजी अस्पतालों में भी वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ी है। फिलहाल जिले में डायरिया और पीलिया का प्रकोप जैसी शिकायत नहीं है। बारिश में बीमारी का प्रकोप और इलाज में काम आने वाली दवा एमसीएच और जिला अस्पताल में पर्याप्त बताई जा रही है। नया कोविड पॉजिटिव नहीं मिलने से विभाग को राहत स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2 दिनों में कोविड का नया मरीज नहीं मिला है। डोर-टू-डोर संपर्क किया जा रहा। सर्दी-खांसी, बुखार वाले मरीजों की जानकारी ले रहें है। कन्हारपुरी में पहले कोविड पॉजिटिव मरीज मिलने पर अन्य मरीजों का सैंपल जांच में भेजा गया था। लेकिन कोई नया मरीज सामने नहीं मिला। अब तक जिले में 27 जांच में 6 मरीज मिले थे। इसमें 2 वृद्ध मरीजों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई वह अन्य बीमारी से पीड़ित थे। वहीं 4 सक्रिय मरीज होम आइसोलेशन में है। खानपान में सावधानी रखें उबला पानी पीएं: डॉ. जंघेल जिला अस्पताल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. कमलेश जंघेल ने बताया पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ी है। बच्चों में सर्दी-खांसी एक जैसे लक्षण है। तेज बुखार वालों को भर्ती कर रहे, बाकी को 5 दिन की दवा देने पर सेहत में सुधार हो रहा। यह फैलने वाला संक्रमण है। बुखार कम नहीं होने पर टाइफाइड, मलेरिया जांच करा रहे है। कुछ बच्चे डायरिया और पीलिया वाले भर्ती है। खानपान में सावधानी बरतें, पानी उबाल कर लें, सबसे जरूरी बच्चे बीमार पड़े तो डॉक्टरों से जांच कराएं बच्चों के मामले में अपने मन से दवा देने की गलती न करें।


