लातेहार जिले में पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। संयुक्त कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने पांच वर्षों से फरार चल रहे भाकपा माओवादी संगठन के सदस्य जगन लोहरा को गिरफ्तार कर लिया है। वह लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र स्थित करंज टोली गांव का रहने वाला है। उसे उसके घर से गिरफ्तार कर आज जेल भेज दिया गया। छिपादोहर मुठभेड़ में था शामिल जगन लोहरा 2020 से फरार था और उस पर कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है। पुलिस के अनुसार, वह छिपादोहर थाना क्षेत्र के रमनदाग जंगल में हुई मुठभेड़ में शामिल था। इस मुठभेड़ में पूर्व माओवादी रीजनल कमांडर छोटू खेरवार और नकुल यादव के दस्ते की पुलिस से भिड़ंत हुई थी। इसके बाद से ही जगन भूमिगत हो गया था और लगातार पुलिस की नजर से बचता रहा। इस गिरफ्तारी को माओवादियों के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान की एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया जा रहा है। एसएसबी के सहायक कमांडेंट जितेंद्र कुमार और बरवाडीह के एसडीपीओ भरत राम ने संयुक्त रूप से बताया कि यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव के निर्देश पर की गई। एसएसबी 32वीं बटालियन के कमांडेंट राजेश सिंह और एसडीपीओ भरत राम के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी। छापेमारी कर घर में टीम ने दी दबिश गठित टीम ने पेशरार थाना क्षेत्र के विभिन्न संदिग्ध ठिकानों पर सघन छापेमारी अभियान चलाया। इसी दौरान करंज टोली गांव स्थित जगन के घर पर दबिश दी गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जगन के खिलाफ छिपादोहर थाना में कांड संख्या 14/2020 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा), 148 (घातक हथियारों से लैस होकर दंगा), 149 (गैरकानूनी जमाव), 307 (हत्या की कोशिश), 353 (सरकारी कार्य में बाधा), 387 (धमकी देकर वसूली), आर्म्स एक्ट की धारा 27 और CLA एक्ट की धारा 17 के तहत मामला दर्ज है। छापेमारी टीम में ये अधिकारी थे शामिल गिरफ्तारी अभियान में छिपादोहर थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक रितेश कुमार राव, सहायक अवर निरीक्षक इंद्रजीत तिवारी, आईआरबी-04, पेशरार थाना की टीम और एसएसबी-32 बटालियन के जवान शामिल थे। पुलिस अब जगन से अन्य माओवादियों के बारे में पूछताछ कर रही है।