लुधियाना के जगराओं में मंगलवार (7 अक्टूबर) को हुई भारी बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया। सड़कों पर पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सब्जी मंडी रोड, कमल चौक, सदन मार्किट, कुक्कड़ चौक और पुरानी मंडी जैसे क्षेत्रों में स्थिति सबसे खराब रही। जलभराव के कारण दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद करनी पड़ीं, क्योंकि पानी दुकानों के अंदर घुसने लगा था। पानी की उचित निकासी न होने से आम लोगों को भी आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन और नगर कौंसिल को जिम्मेदार ठहराया स्थानीय लोगों ने इस स्थिति के लिए प्रशासन और नगर कौंसिल को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि हर साल बारिश के दौरान ऐसी ही समस्या उत्पन्न होती है, जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि चुनावों के दौरान उम्मीदवारों ने जलभराव की समस्या से निजात दिलाने का वादा किया था, और कुछ ने तो इस संबंध में एफिडेविट भी दिए थे। गड्ढों में पानी भर जाने से हादसों का खतरा चुनाव जीतने के बाद इन वादों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिछले चार सालों से स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। स्थानीय लोग और पार्षद कई बार नगर कौंसिल के बाहर धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। बारिश के दौरान सड़कों पर बने गड्ढों में पानी भर जाने से हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है। कई दुकानदार खुद ही रस्सी, बोर्ड या अवरोधक लगाकर रास्ते बंद करते हैं ताकि किसी को चोट न लगे। लोगों का कहना है कि सरकार की लापरवाही से अब वे खुद अपनी सुरक्षा के इंतजाम करने को मजबूर हैं। नगर कौंसिल प्रधान ने अधिकारियों पर लगाए थे आरोप इससे पहले नगर कौंसिल प्रधान जतिंदरपाल राणा ने भी शहर के विकास कार्यों में रुकावट डालने को लेकर अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मंत्री और उच्च अधिकारियों को शिकायतें भेजी, परंतु अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।