उपखंड क्षेत्र शिव वर्तमान समय में सोलर हब बन रहा है। यहां पर हर बड़ी मल्टी नेशनल कंपनी काम करना चाहती है। यहां निवेश करने के साथ-साथ सोलर कंपनियां पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है। क्षेत्र में बड़ी संख्या में राज्य वृक्ष खेजड़ी है, जिसे यह कंपनियां प्लांट लगाने के लिए काट रही है। शिव में सोलर प्लांट लगाने के लिए जूनिपर ग्रीन स्टेलर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हजारों की संख्या में खेजड़ी के पेड़ काटने की तैयारी में हैं। किसानों ने कहा कि हमने यहां सोलर प्लांट के लिए जमीन लीज पर दे दी है लेकिन खेजड़ी काटने की इजाजत नहीं है। काश्तकारों का कहना है कि जहां खेजड़ी हो वहां जगह छोड़कर प्लांट लगाएं ताकि पर्यावरण को नुकसान नहीं हो। ^मेरा नाम भी अमृता देवी है, जिस तरह खेजड़ली की अमृता देवी खेजड़ी के लिए शहीद हुई थी उसी प्रकार मैं भी अपने खेत की खेजड़ी को बचाने के प्रयास करुंगी। – अमृता देवी, किसान ^हमारे गांव में जूनिपर ग्रीन स्टेलर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी काम कर रही हैं जो हजारों की संख्या में खेजड़ी को काटने की तैयारी में हैं। हम यह बिल्कुल नहीं होने देंगे। शमी वृक्ष हमारे आपातकाल में काम आने वाला वृक्ष हैं। – राजेन्द्र सिंह राठौड़, समाजसेवी