अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया रविवार को जयपुर पहुंचे। डॉ. तोगड़िया ने संगठन से जुड़ें लोगों से मुलाकात की और कहा कि राजनीति का असली उद्देश्य सेवा से जुड़ा होना चाहिए। हिंदू राष्ट्र की पहचान यही है कि एक हिंदू, दूसरे हिंदू की बिना स्वार्थ मदद करे। उन्होंने बताया कि समाज पदवी या उपाधियों से नहीं, बल्कि लगातार सेवा, संगठन और सकारात्मक सोच से मजबूत होता है। डॉ. तोगड़िया ने कहा कि सनातन की ताकत जमीन पर किए गए काम से बनती है। उन्होंने यह भी बताया कि आज हर गली-मोहल्ले में अगर कोई व्यक्ति हिंदुत्व के लिए खड़ा दिखता है तो इसे नकारात्मक नजर से नहीं देखना चाहिए। उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे पहले पानी की भारी कमी थी और अब घर-घर पानी पहुंच रहा है, उसी तरह अगर हर मोहल्ले में समाज के लिए काम करने वाला व्यक्ति सक्रिय है तो यह सामाजिक मजबूती का संकेत है। हर गांव-मोहल्ले में हो हनुमान चालीसा का पाठ उन्होंने कहा कि केवल बड़ी-बड़ी उपाधियां लेना काफी नहीं है। सनातन और हिंदू धर्म के नाम पर जिम्मेदारी लेने वालों को धरातल पर सेवा करनी होगी। इसी क्रम में उन्होंने यह संकल्प भी साझा किया कि हर गांव और हर मोहल्ले में शनि या मंगलवार की शाम सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ होना चाहिए। उन्होंने परिवार और समाज से जुड़े 30 सूत्रों की भी जानकारी दी, जिनके पालन से परिवार रोग और चिंता से मुक्त रह सकता है और जीवन में सुरक्षा, आरोग्य और स्थिरता आती है। डॉ. तोगड़िया ने बताया कि हमारा लक्ष्य ऐसा संगठित हिंदू समाज खड़ा करना है, जो संख्या से नहीं बल्कि संगठन और संकल्प से मजबूत हो। उन्होंने कहा कि भारत में एक अनुशासित और मजबूत सामाजिक संगठन खड़ा करना ही अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय महिला परिषद और ओजस्विनी जैसे संगठनों का उद्देश्य है। राजस्थान सरकार के दो साल पूरे होने पर दी बधाई धर्मांतरण के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि सेवा सबसे प्रभावी रास्ता है। राजस्थान में लागू धर्मांतरण कानून को उन्होंने सकारात्मक कदम बताया और कहा कि इससे जबरन या प्रलोभन से होने वाले धर्मांतरण पर रोक लगेगी। साथ ही, राजस्थान सरकार के दो साल पूरे होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बधाई दी और बताया कि समाज को जोड़ने वाला सेवा कार्य ही सनातन की असली शक्ति है।


