बाड़मेर जिले के गांवों में डिस्कॉम की ओर से घरेलू और कृषि फीडरों में बड़ा बदलाव किए जाने का काम शुरू हो गया है। सालों से घरेलू और कृषि के लिए एक ही फीडर से बिजली सप्लाई होती थी। इसमें घरेलू सप्लाई के दौरान सिंगल फेज, और कृषि के लिए थ्री फेज सप्लाई दी जाती थी, लेकिन अब 40 साल पुराना सिस्टम बदलने वाला है। जिले के गांवों में कृषि लाइनों से घरेलू लाइनों को अलग किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के जीएसएस के लेकर घरेलू बिजली सप्लाई के जहां-जहां ट्रांसफार्मर लगे है, वहां तक बिजली सप्लाई के अलग से पोल लगा कर तार खींच जा रहे हैं, ताकि घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली दी जा सके। डिस्कॉम का ये प्रयास कृषि क्षेत्र में चोरी हो रही बिजली को रोकने में भी कारगर साबित होगा। इसके लिए डिस्कॉम की ओर से 260 फीडर के लिए 320 करोड़ के टेंडर किए गए है और काम शुरू हो गया है। बाड़मेर जिले के करीब 3.27 लाख उपभोक्ताओं के लिए यह राहत की खबर है। 148 फीडर का काम शुरू जिले के 148 फीडर के लिए 182 करोड़ रुपए का टेंडर इंडिया कॉमर्शियल लि. कंपनी को दिया है। इस कंपनी को 15 महीने में काम पूरा किया जाना है। काम करीब डेढ़ माह पूर्व ही शुरू हो गया है। गांवों में घरेलू फीडर के लिए लाइनों को बिछाए जाने का काम तेजी से चल रहा है। ग्रामीण इलाकों के जीएसएस से लेकर घरेलू उपभोक्ताओं के सप्लाई ट्रांसफार्मर तक नई लाइनें बिछाई जा रही है। कंपनी की ओर से छोटे-छोटे टुकड़ों में कई कंपनियों को काम दिया गया है, इससे काम तय समय पर पूरा करने की तैयारी है। गुड़ामालानी को 138 करोड़ गुड़ामालानी के लिए आरडीएसएस योजना के तहत अलग से बजट जारी किया है। गुड़ामालानी के 112 फीडर के लिए 138 करोड़ रुपए दिए गए है। इसके लिए भी टेंडर हो गया है। 112 फीडर से जुड़े सभी जीएसएस इलाकों में घरेलू लाइनों को कृषि से अलग करने के लिए काम जल्द शुरू होगा। इससे घरेलू उपभोक्ताओं को निर्बाध 24 घंटे बिजली मिलेगी। वहीं कृिष के लिए सिर्फ सप्लाई के दौरान ही बिजली दी जाएगी। नए 33000 घरेलू कनेक्शनों के आवेदनों का निस्तारण किया जाएगा बाड़मेर जिले में 33000 घर ऐसे है, जिन्होंने सितंबर 2019 से लेकर दिसंबर 2024 तक घरेलू कनेक्शन की फाइलें जमा कर रखी है, लेकिन उन्हें कनेक्शन नहीं मिला है। इन उपभोक्ताओं के लिए 5 साल बाद अब खुश खबरी है कि 2026 में ये काम शुरू हो रहा है। इसके लिए सर्वे प्रक्रिया 40 फीसदी पूरी हो गई है। इसके लिए सरकार की ओर से 142 करोड़ दिए गए है। इसका काम भी इंडिया कॉमर्शियल कंपनी को दिया गया है। जनवरी 2026 से वंचित घरेलू उपभोक्ताओं को भी बिजली कनेक्शन से जोड़ने का काम शुरू हो जाएगा। 24 घंटे सिंगल फेज बिजली कृषि और घरेलू फीडर साथ-साथ होने से कृषि सप्लाई पूरी होने के बाद भी सिंगल फेज लाइट की सप्लाई घरेलू उपभोक्ताओं के लिए देनी जरूरी थी। इस दौरान कृषि के लिए थ्री फेज सप्लाई बंद होने के बावजूद भी जुगाड़ से सिंगल फेज को थ्री फेज कर चोरी की बिजली से कृषि की जा रही थी। ऐसे में अब कृषि सप्लाई निर्धारित समय पर ही मिलेगी। “कृषि फीडरों से घरेलू फीडर को अलग करने के लिए काम शुरू हो गया है। बाड़मेर में 148 फीडर के लिए 182 करोड़ और गुड़ामालानी के 112 फीडर के लिए 138 करोड़ रुपए का काम शुरू हुआ है। घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली देने की दिशा में यह प्रयास है। कृषि फीडरों में बढ़ रही बिजली चोरी की घटनाएं भी कम होगी।” -नवल किशोर मीणा, एईएन, डिस्कॉम


